नई दिल्ली – केंद्र सरकार के 3 नये कृषि कानूनों के विरुद्ध दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसान पिछले बहुत माह से आंदोलन कर रहे हैं। इस मध्य सिंघु बॉर्डर पर एक हैरान करने वाला मामला पता चला है। किसानों के मंच के निकट एक युवक की बेरहमी से हत्या के पश्चात एक हाथ काटकर शव बैरिकेड से लटका दिया गया है। जबकि, यह घटना गुरुवार रात हुई है। यही नहीं युवक के शव को 100 मीटर तक घसीटा गया है। वहीं जब शुक्रवार की सुबह आंदोलनकारियों के मुख्य मंच के निकट युवक शव लटका दिखा तो तहलका मच गया।
यही नहीं, युवक के बॉडी पर धारदार हथियार से हमले के निशान हैं। इस बीच एक हाथ कटा शव मिलने से सुबह से ही आंदोलनकारियों की भीड़ घटना स्थल पर जुटी हुई है। वहीं आंदोलनकारी कुंडली थाना पुलिस को भी मौके पर नहीं आने दे रहे हैं। इस समय किसान जमकर हंगामा कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोग निहंगों पर इस घटना का दोष लगा रहे हैं। जबकि युवक पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का दोष है।
जानकारी के पश्चात कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार मौके पर पहुंचे। युवक की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस फिलहाल मामले में अधिक सूचना देने से कतरा रही है। निहंगों का दोष है, कि युवक को साजिश के तहत यहां भेजा गया था। इसके लिए उसे 30 हजार रुपए दिए गए थे। युवक ने यहां पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का अंग भंग किया।
निहंगों को इसका पता चला तो उसे पकड़ लिया गया। घसीटते हुए निहंगों के पंडाल ट्रैक्टर एजेंसी के निकट लाया गया। बताया जा रहा है कि युवक से पूछताछ, घसीटने सहित पूरी वारदात की वीडियो भी बनाया गया, जो अभी सामने नहीं आया है। निहंग मृत शव भी उतारने नहीं दे रहे थे। मौके पर एक पत्रकार ने फोटो लेने का प्रयास किया, तो उसे धमकी देते हुए फोन वापस जेब में डालने के लिए कहा। बलदेव सिरसा मौके पर पहुंचे तब पुलिस को मृत शव उतारने दिया।