मेरठ । गुरुवार को बढ़े हुए मुआवजे की मांग को लेकर शताब्दीनगर में किसानों का पारा चढ़ गया। किसानों ने बैठक कर आंदोलन को तेज करने की घोषणा कर दी। इस बीच कुछ किसान टंकी पर चढ़ गए, जिन्हें उतारने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं माने। देर रात तक पुलिस व अफसर उन्हें मनाने में जुटे रहे। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी भी पहुंच गए और घोषणा की कि अब आर-पार की लड़ाई होगी।
बुधवार को गूमी गांव के पास MDA व वन विभाग की टीम भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। MDA को वन विभाग को यहां साढ़े 12 बीघा जमीन देनी थी। जैसे ही जमीन पर JCB चली तो बहुत किसान एकत्र हो गए और जमीन अपनी बताकर विरोध करने लगे। आरोप है कि विरोध करने पर किसानों और महिलाओं के साथ हाथापाई और अभद्रता की गई। इसके विरोध में गुरुवार को कई किसान शताब्दीनगर सेक्टर 4 बी स्थित धरनास्थल के पास टंकी पर चढ गए। टंकी पर चढे किसानों ने कहा कि हम टंकी से तभी उतरेंगे जब MDA व वन विभाग के अफसरों समेत पुलिस किसानों व महिलाओं से माफी मांगे। इसके अलावा किसानों ने कहा कि कई साल नई नीति के तहत मुआवजे की मांग करते हुए हो गए अब किसान चुप बैठने वाला नहीं है। अब नई नीति के तहत मुआवजा लेकर ही टंकी से उतरेंगे। दोपहर बाद SDM व ASP किसानों के बीच पहुंचे, लेकिन उनकी सकारात्मक बात नहीं हो सकी।
किसान यूनियन के नेता वीरपाल घोपला ने कहा कि किसान अपना हक लेकर रहेंगे। किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जाएगा। धरना स्थल पर पहुंचे सपा नेता पवन गुर्जर ने कहा कि किसानों के साथ जो दुर्व्यवहार किया है वो किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाकियू के विजयपाल घोपला, संजय दौरालिया, दीपक घोपला आदि पहुंचे। इस दौरान वेदपाल, महीपाल, निशांत भड़ाना, धर्मपाल, सोहनवीर, आकाश, मदन पाल, ललित, लक्ष्मण, सचिन गुर्जर, रघुवंश चौधरी डॉ अमरवीर सिंह, सुभाष आदि मौजूद रहे।