मेरठ । रविवार को हरिद्वार से जल लेकर आने वाले कांवड़ियों का सैलाब हाईवे पर उमड़ पड़ा तो व्यवस्थाएं धरी रह गईं। दौराला से सकौती के बीच लगभग 10 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर बिजली न होने के चलते शिवभक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मामले की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो वे ट्रैक्टर लेकर सड़क पर आ गए। ग्रामीणों ने लाइट की व्यवस्था की। वहीं प्रशासन और हाईवे की व्यवस्था पर नाराजगी जताई।
रविवार को कांवड़ियों से मेरठ-मुजफ्फरनगर एनएच-58 फुल हो गया। इसके चलते प्रशासन ने हाईवे पर हरिद्वार से दिल्ली की ओर आने वाला मार्ग कांवड़ियों के लिए और दिल्ली से हरिद्वार जाने वाला मार्ग वाहन सवार डाक कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दिया। वहीं बिना पास वाले वाहन पूर्ण रूप से बंद कर दिए गए थे। कांवड़ियों का सैलाब उमड़ा तो व्यवस्थाएं भी ध्वस्त हो गई। उधर, दौराला-सकौती के बीच 10 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर पथ प्रकाश व्यवस्था न होने के चलते कांवड़िये परेशान रहे। अंधेरे में चल रहे कांवड़ियों को देख ग्रामीण परेशान हो गए। हजारों कांवड़ियों की समस्या को देखते हुए दर्जनों ग्रामीण ट्रैक्टर लेकर हाईवे पर पहुंचे और रोशनी की व्यवस्था की। ग्रामीणों की इस पहल का कांवड़ियों ने स्वागत किया। वहीं लोगों ने प्रशासन से हाईवे पर लाइट की व्यवस्था कराने की मांग की।