मेरठ। मेरठ लखीमपुर में हुई हिंसा को लेकर किसानों का रेल रोको आंदोलन शरू हो चुका है।किसानों ने रेलवे लाईन पर बैठकर रेल को रोकना शुरू कर दिया है । रेल रोको अभियान के दौरान ही किसानों ने बताया कि साल में दूसरी बार रेल रोको आंदोलन किसानों को करना पड़ रहा है ।उसके बावजूद भी सरकार का ध्यान किसानों की तरफ नहीं आ रहा है लगातार किसान 11 महीने से रोड़ों पर बैठे हुए हैं।और लखीमपुर खीरी में मंत्री के बेटे ने किसानों को रोड पर कुचल दिया उसके बावजूद भी सरकार की निगाह नहीं पलट रही है ।आज किसानों ने सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक रेल रोकने का अभियान चलाया है। वहीं प्रदेश के अंदर अलग-अलग स्टेशनों पर किसानों ने रेल रोकना शुरू कर दिया है रेल की पटरी पर बैठे किसानों ने साफ तौर पर कहा है कि सरकार काले कानून के साथ-साथ किसानों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। जिसके चलते किसान परेशान है और रोड पर बैठे हुए हैं वहीं साफ तौर पर बताया कि लखीमपुर खीरी घटना के बाद सरकार मंत्री को ना तो पद से हटा रही है। और ना ही उस पर कोई कार्रवाई हो रही है जिसके चलते किसान बहुत नाराज हैं और इस समय आंदोलन के लिए रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं। सुबह से ही लगातार भारी बारिश हो रही है। उसके बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर डटा हुआ है। और रेल रोको अभियान जारी है।