मेरठ। हर साल 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिव्यांग व्यक्तिय इस दिन को अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मानता है और 1992 से संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय रीति-रिवीज़ के रुप में प्रचारित किया जा रहा है, लेकिन शुकवार को मेरठ में दिव्यांग में इस मौके पर विरूद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। मांग कर रहे हैं कि उन्हें जो पेंशन मिलती है। वो बेहद कम है। जिसको लेकर दिव्यांग लोगों ने अपनी मांग का ज्ञापन सौंपते हुए सरकार से मिलने वाली पेंशन को भी वापस देने पर अड़े रहे।
बता दे अंतर्राष्ट्रीय दिवस के मौके पर दिव्यांग लोगों ने अपनी पेंशन को वापस लेने की मांग को लेकर अपना विरोध जाहिर किया है और सरकार को चताने का काम किया है। दिव्यांग नेता अमित शर्मा ने कहा कि सरकार हमें हर महीने ₹500 पेंशन देती है। जो कि हमारे लिए पहली कम है। हम चाहते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि हमारी पेंशन बंद कर दी जाएगी। हमें रोजगार दे दिया जाए, जब हम रोजगार करके 10 से ₹15000 कमा लेंगे तो हमें पेंशन की जरूरत नहीं होगी और ₹500 में कुछ नहीं होता 1 महीने की अगर हम चाय भी पीते हैं तो वह भी इन पैसों में नहीं पी जा सकती।सरकार हम पर ₹500 का बोझ ना देकर हमें रोजगार दिलाने में मदद करें।