प्रदेश सरकार द्वारा राज्य की सीमाओं पर चौकसी की व्यवस्था को बढ़ा दी गई है जब से देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रान की पुष्टि हुई है। सीमावर्ती राज्यों से प्रदेश में आने वालों पर नजर रखी जाएगी। तत्काल ही संदिग्धों की जांच की जाएगी। संक्रमित पाए जाने की स्थिति में उनका कोविड प्रोटोकॉल के अंतर्गत उपचार कराया जाएगा। वहीं RTPCR जांच की क्षमता वृद्धि के बाद अब जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार बढ़ाने की भी तैयारी है। CM योगी ने KGMU, PGI में जीनोम जाँच को तेज करने के आदेश दिए हैं।
कोरोना की पहली लहर के दौरान राज्य में जांच की सुविधाएं बहुत सीमित थीं। मगर अब UP में लगभग ढाई लाख सैंपलों की जांच रोज किए जाने की क्षमता है। तमाम जिलों में BSL-2 लैब खोली गई हैं। प्रदेश में BHU, IGIB, CDRI, राम मनोहर लोहिया संस्थान, NBRI में नए वेरिएंट की जांच जरूरत पड़ने पर की जा सकती है। बता दें कि राजधानी लखनऊ के NBRI में कोरोना की पहली लहर के बाद ही नए वेरिएंट की जांच आरंभ की थी। जिसमें 45 सैंपल जांचे गये थे। संभावित तीसरी लहर को देखते BHU, CDRI, KGMU व IGIB में नए वेरिएंट के जीनोम परीक्षण की प्रक्रिया की जा सकती है, जिससे जांच प्रक्रिया प्रदेश में रफ्तार पकड़ेगी।